- 248 Posts
- 399 Comments
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने खुद को बिहार के भावी मुख्यमंत्री के रूप में पेश किया है। कुशवाहा की पार्टी इस बार का लोकसभा चुनाव राजग में शामिल होकर लड़ी थी। उसके सभी तीन उम्मीदवार जीत गए। इधर, राजग के एक और घटक लोजपा के सुप्रीमो रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्री बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान चल रहा है।
सवाल पूछे जाने लगे हैं-क्या यह सब बिहार में राजग का नया संकट नहीं है? अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में राजग के घटक दलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर मार फंसेगी? उपेंद्र कुशवाहा मान जाएंगे? तब क्या रालोसपा, भाजपा के साथ रहेगी? उसका नया रास्ता क्या होगा? इसी तरह अगर केंद्र की नरेंद्र मोदी की सरकार में सहयोगी दलों को हिस्सेदारी नहीं मिलती है, तब क्या होगा? चिराग पासवान को मंत्री बनाने के लिए चल रहे हस्ताक्षर अभियान का आखिर मतलब क्या है?
दिल्ली में सरकार बनाने के लिए भाजपा को पूर्ण बहुमत हासिल हो जाने के बाद जब रामविलास पासवान से नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में सहयोगी दलों की हिस्सेदारी से जुड़ा सवाल पूछा गया था, तब उन्होंने बस यही का था कि भाजपा, अपने सहयोगी दलों को पूरा सम्मान देना जानती है। देती है। जाहिर है इसमें सरकार में भागीदारी का आग्रह छिपा था। हालांकि पासवान ने यह कहते हुए इसे खारिज भी किया था कि हमें पद का लोभ नहीं है। अब चिराग पासवान को मंत्री बनाने के लिए अभियान चला हुआ है। खासकर राजधानी पटना में चिराग की सुंदर तस्वीर वाले फ्लेक्स जहां-तहां घुमाए जा रहे हैं। इसमें लिखा है-युवाओं के दिलों की धड़कन चिराग पासवान को केंद्रीय मंत्री बनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान। दस्तखत हो भी रहे हैं। वैसे लोजपा के एक वरीय नेता ने कहा कि यह पार्टी का आधिकारिक अभियान नहीं है। याद रहे कि इस बार राजग में मिलकर चुनाव लडऩे वाली लोजपा ने सात में छह सीटें जीती हैं। वह खूब उत्साह में है।
इससे भी ज्यादा उत्साह में उपेंद्र कुशवाहा हैं। उन्होंने फेसबुक पर अपना पेज बनाया है। इसमें सबसे ऊपर लिखा है-उपेंद्र कुशवाहा दि फ्यूचर सीएम ऑफ बिहार। इसमें उनके गुणों की चर्चा करते हुए बताया गया है कि उपेंद्र में एक बेहतर मुख्यमंत्री की तमाम क्षमता मौजूद है। अभी तक इस पेज को करीब पांच सौ लोगों ने पसंद किया है। तरह-तरह के कमेंट हैं। फेसबुक पर उनके मित्र बनने की अधिकतम संख्या पांच हजार पूरी हो चुकी है। लिहाजा, नया पेज बनाया गया है। उपेंद्र, ट्विटर पर भी आ गए हैं।
Read Comments